वेब होस्टिंग क्या है? और यह कैसे काम करता है?

वेब होस्टिंग क्या है?

वेब होस्टिंग एक तरह से ऑनलाइन सर्वर होता है और यह एक सेवा है जो वेबसाइट को इंटरनेट पर लाइव करने के लिए काम करता है और वेबसाइट को अपलोड करने के लिए यह उपयोगी होती है।

इसका मतलब ये है कि अगर आप अपनी वेबसाइट बनाने की सोच रहे हैं तो इसके लिए सबसे पहले आपको वेब होस्टिंग और डोमेन नाम की आवश्यकता होती है।

बिना वेबसाइट होस्टिंग के आपकी वेबसाइट इंटरनेट पर लाइव दिखा ना नामुमकिन है। वेब होस्टिंग कंपनी आपको बहुत कम पैसों में अछि सर्विस देती है, वेब होस्टिंग कई प्रकार की होती है और इसकी अलग-अलग कीमत रहती है।

वेब होस्टिंग को खरीदने के बाद आप अपनी वेबसाइट को इस सर्वर की मदद से होस्ट कर सकते हैं और पब्लिक में ला सकेंगे।

यह कैसे काम करता है?

वेब होस्टिंग आपकी वेबसाइट से जुड़े हर डेटा को स्टोर करता है और जब भी कोई आपकी वेबसाइट पर जाता है तो वह डाटा को लोड करने में मदद करता है, आपकी वेबसाइट में आपके डेटा जैसे HTML, Java Script, Images, आदि फाइलों को सुरक्षित रूप से स्टोर करके इसे लाइव करने में मदद करता है।

वेब होस्टिंग में होस्ट की गई वेबसाइट आप किसी भी तरह से एक्सेस कर सकते हैं और ये आपकी वेबसाइट को इंटरनेट पर मदद करता है लेकिन वेब होस्टिंग को हैंडल करना आपको सीख ना होगा।

अगर आप एक वेबसाइट डेवलपर हैं तो आपको पता होगा कि सीपैनल (cpanel) क्या होता है और इसमें कई फीचर्स होते हैं। वेबसाइट को होस्ट करें और हैंडल करने के लिए कंट्रोल पैनल में काफी सारी सुविधाएं मौजूद होती हैं।

वेब होस्टिंग के प्रकार:

साझा होस्टिंग (Shared Hosting):

साझा होस्टिंग एक शुरुआती अनुकूल वेब होस्टिंग होती है इसमें आप अपनी वेबसाइट होस्ट करते हैं और ये किफायती होती है।

यह कई अलग-अलग दामों में आपको मिल जाती है लेकिन कई सेवा प्रदाता साझा होस्टिंग में प्रदर्शन उतना नहीं देता पते जितना एक प्रीमियम होस्टिंग देता है।

साझा होस्टिंग चुनने से पहले आप देखें कि इसमें कितनी वेब स्पेस होती है, बैंडविड्थ होती है और अप-टाइम कितना देती है।

क्लाउड होस्टिंग (Cloud Hosting): 

क्लाउड वेब होस्टिंग एक आकर्षक और अधिक प्रदर्शन प्रदान करने वाली होस्टिंग है, जिसमें आपको 6 जीबी से ज्यादा रैम मिलती है और SSD होने के कारण इसकी स्पीड काफी ज्यादा होती है, जिससे आपकी वेबसाइट को लोड होने में काफी कम समय लगता है।

क्लाउड होस्टिंग को खास करके ई-कॉमर्स वेबसाइट के लिए बनाया गया है ताकि आपकी शॉपिंग वेबसाइट काफी हद तक लोड हो सके। क्लाउड होस्टिंग में वेबसाइट क्रैश होने का और वेबसाइट हैंग होने का डर नहीं रहता है।

वीपीएस होस्टिंग (VPS Hosting):

वीपीएस यानी वर्चुअल प्राइवेट सर्वर इसमें एक प्राइवेट सर्वर को वर्चुअल मशीन में विभाजित किया जाता है ताकि आप निश्चित हो के अधिक नियंत्रण मिल सकें।

वीपीएस का उपयोग ज्यादातर कंपनियां करती है क्योंकि ये सुरक्षित और प्राइवेट होती है।

समर्पित होस्टिंग (Dedicated Hosting): 

डेडिकेटेड होस्टिंग में आपको एक अलग सर्वर दिया जाता है, जिससे आप अपनी वेबसाइट को अनुकूलित कर सकते हैं और उसका प्रदर्शन भी ज्यादा अच्छा होता है।

डेडिकेटेड होस्टिंग इतनी लोकप्रिय नहीं होती है जितनी शेयर्ड होस्टिंग होती है लेकिन अगर आपको एक अलग सर्वर चाहिए तो ये आपके लिए अच्छा माना जायेगा।

वेब होस्टिंग के कई और भी प्रकार होते हैं लेकिन ऊपर दिए गए होस्टिंग ज्यादा इस्तेमाल की जाती है और आसानी से मिल जाती है।

वेब होस्टिंग का इतिहास:

वेब होस्टिंग की शुरुआत 1990 के दशक में हुई थी, माना जाता है कि होस्टिंग का उपयोग तब हुआ जब इंटरनेट का चलन बढ़ने लगा और इंटरनेट पर पहली वेबसाइट अस्तित्व में आई। 

इंटरनेट लोकप्रिय होने लगा और वेबसाइट की मांग बढ़ने लगी जिस से समय समय पर नई तकनीक आने लगी और इस से होस्टिंग का आविष्कार हुआ।

1991 में टिम बर्नरली ने वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) का आविष्कार किया और इंटरनेट पर पहली वेबसाइट को बनाया और लॉन्च किया गया था।

तब सिर्फ यूनिवर्सिटी और सरकार ही वेब होस्टिंग का इस्तेमाल करती थी और तब वेब होस्टिंग काफी सीमित लोग ही इसका इस्तेमाल कर पाते थे। 

दुनिया की पहली वेबसाइट थी वह इस प्रकार से है info.cern.ch. 1995 में इंटरनेट पर वेब होस्टिंग कंपनियों का आगमन हुआ जिस से लोग अपनी वेबसाइट शुरू कर सकें। 

तब सिर्फ याहू ही एक बड़ी कंपनी थी जिसने इंटरनेट पर पहली बार जियो सिटीज नाम से एक वेबसाइट डेवलपमेंट और वेब होस्टिंग सर्विस को एक व्यापक तौर पर लोगों के सामने लाया गया जिस से लोग अपनी खुद की वेबसाइट बनाकर इंटरनेट पर होस्ट कर सकें।

1996 में वेबसाइट की मांग तेजी से बढ़ने लगी और कई कंपनी अपने बिजनेस को ऑनलाइन करने के लिए वेबसाइट बनाने लगे जिससे वेब होस्टिंग की मांग बढ़ने लगी जिससे Yahoo के बाद कई दूसरी कंपनी वेब होस्टिंग सेवा प्रदान करने लगी।

होस्टगेटर और Godaddy उस समय एक वेब होस्टिंग की दिग्गज कंपनी बनने लगी जो उच्च गुणवत्ता वाली होस्टिंग और डोमेन प्रदान करती थी।

निष्कर्ष:

वेब होस्टिंग एक निरंतर विकसित टेक्नोलॉजी है जो इंटरनेट और वेबसाइटों के आने के बाद काफी लोकप्रिय हुई है। वेब होस्टिंग सिर्फ बिजनेस के लिए ही नहीं बल्कि स्कूल, कॉलेज, हॉस्पिटल, एनजीओ इत्यादि इसका इस्तेमाल करने लगे और आज के जमाने में ये एक सफल बिजनेस मॉडल बन चुका है।

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